मणिपुर में पिछले तीन महीने से हो रही हिंसा,महिलाओं को नग्न कर घुमाए जाने और केंद्र सरकार की चुप्पी से उद्वेलित महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष सीमा सोनी की अगुआई में महिलाओं ने कांग्रेस भवन से घड़ी चौक तक कैंडल मार्च निकाला।
अम्बिकापुर/
महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष सीमा सोनी की अगुआई में महिलाओं ने कांग्रेस भवन से घड़ी चौक तक कैंडल मार्च निकाला। महिला कांग्रेस अध्यक्ष सीमा सोनी ने कहा कि मणिपुर में महिलाओं के साथ जो अमानवीय व्यवहार हुआ है, उसे सोचकर भी हमारी रूह कांप रही है। अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा देने के बाद भी क्या हम उन महिलाओं की अस्मत लौटा पाएंगे? उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी और सरकार में बैठे तमाम लोगों से पूछना चाहती हैं कि क्या इसे राजनीति का खेल कहेंगे? क्या इसे 'ऑल इज वेल' कहेंगे? उन्होंने कहा प्रधानमंत्री सदन में चुप्पी साधे हैं।80 दिन बाद बोले भी तो राजनीति करने के लिए। उन्होंने कहा कि हिंसा का खमियाजा हमेशा महिलाओं को ही क्यों भुगतना पड़ता है? क्या सरकार इसका जवाब देगी। जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह ने कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि 'न्यू इंडिया' में महिलाओं के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार भी हो सकता है। अभी तक मणिपुर में 150 मौतें हो चुकी हैं और 65 हजार से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं। यह बेहद शर्मनाक है। देश के प्रधानमंत्री व तमाम केंद्रीय मंत्री अगर मणिपुर मुद्दे पर चुप हैं तो वह चाहते हैं कि मणिपुर में हिंसा हो। इस घटना की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री को लेनी होगी।
विरोध प्रदर्शन में गीता प्रजापति, सरला राय, संध्या रवानी, सावित्री, बेग मति, मीना रजक, गीता प्रजापति, रीता देवी, करिश्मा पैकरा, मनी बाई, सरला राय, विमला रजक, शालिनी नंद, बिंदु, वंदना, गीता रजक, नीलू, नसरीन, शाम परवीन, पुर्णिमा सिंह, फौजिया बाबर, गीता श्रीवास्तव, ग्रेसी, मालती सिंह, पायल अग्रवाल, रेशमी सोनी, नगमा , रुंपा भट्टाचार्य, अनुपमा कवर। ममता सिंह, अंजू चंद्रवंशी, बिना प्रजापति, लक्ष्मी बारी, शकीला परवीन, आरती सिंह, सुनीता एंजेला केरकेट्टा, सोनल सिन्हा,निर्मला केहरी, रूही गजाला,रजनी महंत शामिल थी।
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