डॉ भीमराव अम्बेडकर सम्मान अभियान अंतर्गत "डॉ अंबेडकर सम्मान सभा व विचार संगोष्ठी" संपन्न बाबा साहब का सपना मोदी सरकार कर रही साकार: अनुराग सिंह देव
संविधान के रक्षक थे अंबेडकर, भाजपा उनका सम्मान धरातल पर उतार रही: भारत सिंह सिसोदिया
अंबिकापुर ।
आज संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर सम्मान अभियान अंतर्गत "डॉ अंबेडकर सम्मान सभा व विचार संगोष्ठी" का आयोजन भाजपा सरगुजा द्वारा अंबिकापुर ब्रम्ह रोड स्थित चम्बोथी तालाब के भूतल सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता अनुराग सिंह देव (अध्यक्ष छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल), अतिथि वक्ता अखिलेश सोनी (पूर्व भाजपा ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष) के सारगर्भित उद्बोधन के साथ-साथ विषय वक्ता के रूप में अजय इंगोले (डायरेक्टर SSBAM कॉलेज), डॉ योगेंद्र गहरवार (यूरोलॉजिस्ट), हरिशंकर जायसवाल (वरिष्ठ सी ए) तथा गजानन राही (पूर्व कार्यपालन अभियंता RES) का भी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में प्रस्तावना उद्बोधन भाजपा जिलाध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया ने दिया।अंबिकापुर नगर के बुद्धिजीवी नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता तथा समाज प्रमुखों सहित गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में कार्यक्रम के प्रारंभ में आई टी सेल संयोजक दुर्गा शंकर दास ने प्रोजेक्टर के माध्यम से डॉ अंबेडकर जी का जीवन वृत्त प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का सफल संचालन जिला कार्यक्रम संयोजक संतोष दास ने व आभार प्रदर्शन जिला एससी मोर्चा जिलाध्यक्ष नकुल सोनकर ने किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए छ ग गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष अनुराग सिंह देव ने कहा कि आज हम ऐसे महापुरुष को स्मरण कर रहे हैं, जिनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है डॉ. भीमराव अंबेडकर जी।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब एक ऐसा व्यक्तित्व थे जिन्होंने जीवन में अपार कष्ट झेले, सामाजिक अपमान सहा, और कई बाधाओं का सामना करते हुए भी कभी किसी जाति, धर्म या संप्रदाय के विरुद्ध कोई अपमानजनक शब्द नहीं कहा। उन्होंने अपने जीवन से पूरे देश को यह संदेश दिया कि अगर हमें सशक्त भारत बनाना है, तो हमें संविधान के मार्ग पर चलकर ही आगे बढ़ना होगा।
आगे उन्होंने कहा कि बाबा साहब का देश की संस्कृति और परंपराओं के प्रति गहरा सम्मान था। वे किसी एक जाति विशेष के नहीं थे, वे पूरे देश के थे, पूरे समाज के थे। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कुछ राजनीतिक दलों ने बाबा साहब को एक सीमित दायरे में बांधने की कोशिश की है। अनुराग सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए संविधान में 25 बार संशोधन किया सिर्फ़ वोट बैंक की राजनीति के लिए। वहीं भाजपा सरकार ने अब तक संविधान में 5 बार संशोधन किया है, और हर बार यह संशोधन जनहित में किया गया, विशेष रूप से एसटी, एससी और वंचित वर्ग के उत्थान के लिए।
उन्होंने कहा कि आज कश्मीर जैसे क्षेत्रों में कुछ तत्व एसटी-एससी समाज को लेकर संविधान संशोधन के विषय में भ्रम फैला रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि भाजपा अगर कभी संविधान में संशोधन करती है, तो वह डॉ. अंबेडकर जी की प्रतिष्ठा, उनके विचार और उनकी भावना के अनुरूप ही करेगी।
अपने संबोधन के अंत में उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का सपना था ऐसा भारत जहाँ हर व्यक्ति को आवास मिले, हर घर में शौचालय हो, और सबको स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और भाजपा सरकारें बाबा साहब के इन सपनों को धरातल पर उतार रही हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाखों लोगों को अपना घर मिला है, हर घर शौचालय अभियान ने सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार दिया है, और नल जल योजना ने गाँव-गाँव में स्वच्छ जल पहुँचाया है।
बीजेपी ओबीसी मोर्चा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सोनी ने कहा कि बाबा साहब का जीवन केवल दलित समाज के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश और मानवता के लिए एक प्रेरणा है। उनका संघर्ष, उनका चिंतन और उनका समर्पण हमें एक समतामूलक समाज की ओर ले जाता है।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस शासन के समय डॉ. अंबेडकर को वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वे वास्तव में अधिकारी थे—न संसद के सेंट्रल हॉल में उनका चित्र था, न ही समय पर उन्हें भारत रत्न दिया गया। लेकिन आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने बाबा साहब के विचारों और योगदान को वैश्विक मंच तक पहुँचाया है।
आगे उन्होंने बताया कि मोदी सरकार ने लंदन स्थित वह विद्यालय जहाँ बाबा साहब पढ़े, उसे खरीद कर संग्रहालय में बदल दिया और उनके जीवन से जुड़े पाँच प्रमुख स्थलों को “पंच तीर्थ” के रूप में विकसित किया। यह केवल सम्मान नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक सीख और प्रेरणा का केंद्र है।
भाजपा जिला अध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि आज मुझे इस मंच से संविधान के गौरव को नमन करते हुए आप सभी से संवाद करने का अवसर प्राप्त हुआ है, यह मेरे लिए अत्यंत गर्व का विषय है।
उन्होंने कहा कि भारत के संविधान के निर्माण में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी का योगदान अभूतपूर्व और अविस्मरणीय रहा है। यह वही संविधान है जिसने हमें समानता, न्याय और स्वतंत्रता जैसे अधिकार दिए।
पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी और लालकृष्ण आडवाणी जी के प्रयास से ही बाबा साहब को 1990 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया—यह एक ऐतिहासिक क्षण था।
आगे उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने डॉ. अंबेडकर के जीवन से जुड़ी धरोहरों को संजोया और उन्हें “पंच तीर्थ” के रूप में विकसित किया—महू में जन्मभूमि, लंदन में शिक्षा भूमि, नागपुर में दीक्षा भूमि, दिल्ली में महापरिनिर्वाण स्थल और मुंबई में चैत्य भूमि। इससे आने वाली पीढ़ियों को उनके विचारों से जोड़ने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
संविधान को लेकर मोदी सरकार की प्रतिबद्धता साफ़ झलकती है—चाहे वो संविधान गौरव यात्रा हो, बाबा साहब पर अंतरराष्ट्रीय शोध केंद्र की स्थापना हो या भीम ऐप जैसी तकनीकी पहल से समाज के अंतिम व्यक्ति को सशक्त करने का प्रयास।
भारत सिंह सिसोदिया ने कहा कि यह भी सच है कि संविधान के साथ अतीत में कई बार अन्याय हुआ—काका कालेलकर रिपोर्ट को ठुकराना, आपातकाल के समय संविधान की आत्मा को कुचलना, और अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग करके लोकतंत्र का अपमान करना। लेकिन आज का भारत संविधान की आत्मा को सम्मान देते हुए “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास” की भावना से आगे बढ़ रहा है।
इस अवसर पर विषय वक्ता के रूप में अजय इंगोले (डायरेक्टर, SSBAM कॉलेज) ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर केवल संविधान निर्माता नहीं थे, बल्कि शिक्षा को समाज परिवर्तन का सबसे सशक्त माध्यम मानने वाले क्रांतिकारी चिंतक थे। आज हम उनके विचारों को आत्मसात कर शिक्षित, संगठित और संघर्षशील समाज की ओर अग्रसर हो सकते हैं।
डॉ. योगेंद्र गहरवार (यूरोलॉजिस्ट) ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. अंबेडकर ने स्वास्थ्य और सामाजिक समानता के बीच गहरे संबंध को समझा था। वे मानते थे कि जब तक समाज के अंतिम व्यक्ति को स्वास्थ्य, शिक्षा और न्याय नहीं मिलेगा, तब तक सच्चा विकास संभव नहीं।
इस अवसर पर हरिशंकर जायसवाल (वरिष्ठ सीए) ने कहा कि अंबेडकर जी का आर्थिक दृष्टिकोण बेहद प्रगतिशील था। उन्होंने समावेशी विकास और सामाजिक न्याय को भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनाने की वकालत की। आज के समय में उनकी आर्थिक नीतियाँ और अधिक प्रासंगिक हैं।
गजानन राही (पूर्व कार्यपालन अभियंता, RES) ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इंजीनियरिंग और योजना के क्षेत्र में भी डॉ. अंबेडकर की दूरदर्शिता अतुलनीय थी। उन्होंने जल प्रबंधन, ऊर्जा और संसाधनों के न्यायपूर्ण वितरण की नींव डाली, जो आज भी भारत की विकास यात्रा को दिशा दे रही है।
इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष विनोद हर्ष, कार्यक्रम सह-संयोजक अनिल जायसवाल, सह-संयोजक संजय गुप्ता, सह-संयोजक रवीन्द्र तिवारी, एससी मोर्चा प्रदेश मंत्री अवधेश सोनकर, जिला सह-संवाद प्रमुख रूपेश दुबे, जिला मंत्री इन्दर भगत, मंडल अध्यक्ष मनोज कंसारी, मधु चौदाहा, विद्यानंद मिश्रा, गोपाल पांडे, दिनेश बारी, अखंड विधायक सिंह, प्रबोध सिंह, रविशंकर महंत, संतोष जायसवाल, संजय गुप्ता, त्रिलोचन सदावर्ती, भगत पैकरा, सतीश जायसवाल, बालीचरण यादव, राजू सिंह, रिंकू वर्मा, सतीश शर्मा, सर्वेश तिवारी, मयंक जायसवाल, अजय सोनी, विशाल गोस्वामी, ममता तिवारी, शशि जायसवाल, रोचक गुप्ता, राहुल त्रिपाठी, हरिशंकर सिंह, राजेश पांडे, अजय तिवारी, मंगल पांडे, हिना खान, नीलम राजवाडे, नलिनी सिंह, शैलेन्द्र शर्मा, अनिल तिवारी, श्रीधर केशरी, शंभू सोनी, सतीश शर्मा सहित अन्य गणमान्य नागरिकगण उपस्थित रहे।
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