अम्बिकापुर ।
आज, 23 जून 2025 को संकल्प भवन, भाजपा कार्यालय में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर एक स्मृति सभा एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौक पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पमाला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। साथ ही, एक पेड़ माँ के नाम से विभिन्न स्थानों पर पौधारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
स्मृति सभा में प्रभारी वक्ता के रूप में अंबिकेश केसरी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। उन्होंने डॉ. मुखर्जी के देश के प्रति समर्पण और बलिदान को याद करते हुए उनके महत्वपूर्ण योगदानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि डॉ. मुखर्जी ने भारतीय जनसंघ की स्थापना कर राष्ट्रवादी विचारधारा को मजबूत किया और जम्मू-कश्मीर के पूर्ण एकीकरण के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनके नारे “एक देश में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान नहीं चलेंगे” ने देश की एकता और अखंडता के लिए एक नया मार्ग प्रशस्त किया।
कार्यक्रम प्रभारी रविंद्र गुप्त भारती ने अपने उद्बोधन में डॉ. मुखर्जी के योगदानों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने शिक्षा, संस्कृति और राष्ट्रीय एकता के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया। उनकी दृढ़ता और साहस ने देशवासियों को एकजुट रहने की प्रेरणा दी।
उन्होंने विशेष रूप से उनके द्वारा शुरू किए गए नीतिगत सुधारों और बंगाल में उनके शैक्षिक योगदानों का उल्लेख किया।
जिलाउपाध्यक्ष विनोद हर्ष ने अपने संबोधन में डॉ. मुखर्जी के औद्योगिक विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उनके दूरदर्शी दृष्टिकोण को उजागर किया।
कार्यक्रम की प्रस्तावना अभिषेक सिंह देव ने दी, जिसमें उन्होंने डॉ. मुखर्जी के जीवन, उनके बलिदान और भारतीय राजनीति में उनके योगदान की महत्ता पर विस्तार से चर्चा की। मंच का संचालन मंडल अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने किया, जबकि मनोज कंसारी ने सभी उपस्थितजनों, वक्ताओं और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।
यह आयोजन डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान और उनके द्वारा स्थापित आदर्शों को याद करने का एक सार्थक प्रयास रहा, जिसमें उनके योगदानों को पुनः स्मरण कर नई पीढ़ी को प्रेरित करने का संकल्प लिया गया।
इस मौक़े पर करता राम गुप्ता , फूलेश्वर सिंह, विकास पांडे, मधु चौदाहा, श्वेता गुप्ता सहित भाजपा कार्यकर्ता पदाधिकारी एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।
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