युक्तियुक्तीकरण में की गई अनियमितता के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर सिविल सेवा आचरण अधिनियम 1965 के तहत कार्यवाही हो:
अम्बिकापुर,सरगुजा जिले में युक्तियुक्तकरण के नाम पर हजारों शिक्षक परेशान हुए। जो अतिशेष नहीं भी थे उन्हें अतिशेष बता दूरस्थ क्षेत्रो में पोस्टिंग कर दी गई है। अब युक्तियुक्तकरण समिति प्रभावितों के आवेदन पर उन्हें अतिशेष से मुक्त कर रही है। अल्पसंख्यक कांग्रेस के परवेज आलम ने मांग की है कि इन सब के जिम्मेदार अधिकारियों पर जिम्मेदारी तय करते हुए कठोर कार्यवाही और जाच की जानी चाहिए।इस संबंध में मेरे द्वारा समय समय पर ज्ञापन भी दिया गया किंतु उस पर कोई संज्ञान भी नहीं लिया गया जिसके कारण अधिकारियों द्वारा युक्ति यूकीकरण में की गई अनियमितता की सजा शिक्षकों को भुगतना पड़ा है। कई शिक्षक तो ऐसे भी होंगे जो उच्च न्यायालय भी नहीं पहुँच सके
परवेज आलम गांधी ने स्पष्ट आरोप लगाया कि सरगुज़ा जिले में अब आदेश संशोधन का भी खेल प्रारम्भ गया है। लेन देन करके आदेश संशोधन किए जा रहें है। शिक्षा सत्र में शिक्षकों को सामाजिक,मानसिक रूप से प्रताड़ित कर उनसे किस तरह से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की आशा की जा सकती है। छत्तीसगढ़ भाजपा सरकार युक्तियुक्तकरण के नाम पर शिक्षा व्यवस्था पर केवल छलावा कर रही है। परवेज आलम गांधी ने कहा कि सरकार के अधिकारी मौज कर रहें है और जिम्मेदार मंत्रियों व विधायक को होश नहीं है। शिक्षा व्यवस्था चौपट करने के बाद भी कोई अधिकारी गलती मानने को तैयार नहीं है। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी और उनके कार्यालय के सहयोगियों की भूमिका भी संदिग्ध है।
युक्तियुक्तिकरण में एक लिपिक को निलंबित भी किया गया था उसकी बिना जाँच और आरोप पत्र जारी किए बिना गुपचुप तरीके से बहाल कर पुनः उसी जगह में पदस्थ भी कर दिया गया है।
परवेज आलम गांधी
प्रदेश महासचिव
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी, अल्पसंख्यक विभाग
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