आज छत्तीसगढ़, ख़ास कर सरगुजा संभाग का अम्बिकापुर, एक अजीब दौर से गुजर रहा है। शहर में चाकूबाज़ी, चोरी और झगड़े अब कोई बड़ी खबर नहीं रह गए — ये आम बात बन चुकी हैं। जनता असुरक्षित महसूस कर रही है, लेकिन अफ़सोस कि सुरक्षा देने वाली पुलिस जनता के बीच नहीं, बल्कि नेताओं के आगे-पीछे घूमती नज़र आती है।
पुलिस का असली काम जनता की रक्षा करना है, पर आज उनकी ड्यूटी रोड क्लियर करने, नेताओं के दौरों में सलामी देने और राजनीतिक सेवक बने रहने में गुजर रही है। यह भूल जाना सबसे बड़ी गलती है कि पुलिस और सरकार दोनों जनता के लिए हैं, नेता जी के लिए नहीं!
नेता जी किसी विशेष परिवार के नहीं होते, उन्हें जनता ने अपने कीमती वोट से चुना है, बनाया है। वो भूल गए हैं कि उनका कार्यकाल सिर्फ पाँच साल का होता है। जिस जनता ने उन्हें ऊँचा उठाया, वही अगर नाराज़ हुई — तो उन्हें ज़मीन दिखाने में देर नहीं लगेगी।
🔹 पुलिस और प्रशासन को याद रखना होगा
मैं शासन और प्रशासन से कहना चाहूँगा —
आप IAS या IPS अपनी मेहनत और लगन से बने हैं, किसी के रहम पर नहीं। आपको किसी पाँच साल के नेता का डर नहीं होना चाहिए। आपकी निष्ठा जनता के प्रति है, न कि सत्ता के इशारों पर झुकने की।
आप Public Servant हैं — Leader Servant नहीं।
आपका कर्तव्य है कि जनता को सुरक्षा का अहसास दें, ताकि महिलाएँ, बच्चे, बुज़ुर्ग और नौजवान चैन की नींद सो सकें। अपराधी पुलिस का नाम सुनकर कांप उठें, और आम आदमी कह सके
> “ये है मेरा जांबाज़, ईमानदार और निडर रक्षक, जो किसी नेता, माफ़िया या पूंजीपति के आगे नहीं झुकता — जो सिर्फ मेरी सुरक्षा के लिए खड़ा है!”
🔹 अगर यह बदलाव आ जाए…
जिस दिन पुलिस सच में जनता की ढाल बन जाएगी, उस दिन कोई अपराधी हिम्मत नहीं करेगा कि किसी मासूम लड़की को चाकू से गोद दे, या राह चलती महिलाओं से बदतमीज़ी करे। अपराधी अपराध करने से पहले हज़ार बार सोचेंगे।
🔹 छत्तीसगढ़ की असल तस्वीर
आज छत्तीसगढ़ में शासन नाम की चीज़ बस कागज़ों में बची है।
सरगुजा का हाल किसी से छिपा नहीं —
न सड़कें ठीक हैं, न स्वास्थ्य सेवाएँ।
बिजली की हालत ख़राब, स्कूलों में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है।
ऐसा लगता है जैसे प्रदेश में सरकार तो है, लेकिन शासन गायब है।
🔹 जनता की उम्मीद
हमें उम्मीद है कि पुलिस और प्रशासन अपने फ़र्ज़ को पहचानेंगे, नेताओं के दबाव से ऊपर उठकर ईमानदारी से काम करेंगे।
क्योंकि जब तक जनता सुरक्षित नहीं, तब तक कोई भी विकास अधूरा है।
> “सरकारें आती-जाती रहेंगी, लेकिन जनता की सुरक्षा और न्याय ही असली शासन की पहचान है।”
✍️ लेखक : रशीद अहमद अंसारी
अध्यक्ष — जिला कांग्रेस कमेटी, अल्पसंख्यक विभाग, सरगुजा (अम्बिकापुर)