*अपनी संस्कृति और बुजुर्गों का सम्मान करने से युवाओं में आएगी सकारात्मक पथ पर चलने की शक्ति – चिंतामणि महाराज, सांसद सरगुजा,*
युवाओं ने लिया – नशा न स्वयं करने और ना दूसरों को करने देने की शपथ*
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्म सप्ताह को देशभर में नशा मुक्ति सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। भारत सरकार के युवा मंत्रालय के आहवाहन पर ब्रह्माकुमारीज द्वारा पूरे देश में नशा मुक्त भारत अभियान तथा आत्मनिर्भर भारत से विकसित भारत के निर्माण के लिए स्वदेशी और भारत में निर्मित चीजों को अपनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में ब्रह्माकुमारीज अंबिकापुर के स्थानीय सेवा केंद्र नव विश्व भवन चोपड़ा पारा में रविवार 21 सितंबर को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन सरगुजा सांसद श्री चिंतामणि महाराज, महापौर श्रीमती मंजूषा भगत, भाजपा मंडल अध्यक्ष एवं पार्षद मनोज कंसारी, शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय के प्राचार्य श्री भारत खरे, आर्ट ऑफ़ लिविंग के श्री अजय तिवारी और ब्रह्माकुमारी विद्या दीदी ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर मुख्य अतिथि सरगुजा सांसद श्री चिंतामणि महाराज ने सभा को संबोधित करते हुए कहा हमारी भारतीय संस्कृति कदम कदम पर ऐसी शिक्षाएं देती हैं जो हमें दुर्गुणों और व्यसनों से बचाकर सकारात्मक एवं सही पथ पर चलने की प्रेरणा देती है। यदि हम प्रतिदिन अपने मात पिता को सुबह प्रणाम करते हैं तो यह हमें पारिवारिक कलह-क्लेश से बचाती है। यदि हम शुद्ध और सात्विक अन्न ग्रहण करते हैं तो उसी अनुरूप हमारे मन में भी शुद्ध और सकारात्मक विचार आते हैं। उन्होंने युवाओं को महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर नशे की आदतों से बचने एवं अपनी ऊर्जा को अपने और समाज के कल्याण में उपयोग करने की प्रेरणा दी।
ब्रह्माकुमारीज अंबिकापुर सेवा केंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी विद्या बहन ने नशे को देश की उन्नति में सबसे बड़ी बाधा बताते हुए कहा कि आज अनेक परिवारों और युवाओं के दुर्दशा का मूल कारण नशा है। उन्होंने उपस्थित युवाओं को मोटरसाइकिल का उदाहरण देकर कहा कि जिस प्रकार हम अपने मोटरसाइकिल में अच्छा इंधन डालते हैं तभी हमारी यात्रा सुखद और सुरक्षित होती है ठीक उसी प्रकार भगवान ने भी हमें यह अमूल्य शरीर दिया है और यदि हम इसमें शराब बीड़ी गुटका इत्यादि जैसे बुरी चीज डालेंगे तो हमारा तन और मन दोनों कमजोर और नकारात्मक होगा तथा जीवन की यात्रा हमें कठिन और दुखदाई लगेगी। उन्होंने आत्मनिर्भर और विकसित भारत के लिए सभी से भारत में निर्मित स्वदेशी चीजों को अपनाने की प्रेरणा दी। तत्पश्चात उन्होंने सभी से नशा न स्वयं करने और ना दूसरों को करने देने तथा स्वदेशी चीजों को अपनाने की प्रतिज्ञा करवाई।
इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य श्री भारत खरे ने कहा कि व्यसन सिर्फ हमारे व्यक्तिगत जीवन को नहीं बल्कि हमारे परिवार और समाज को भी बर्बाद करता है। हमें व्यसन करने वाले व्यक्ति को डांटने की बजाय सहानुभूति पूर्वक व्यवहार से नशे से मुक्त करने का प्रयास करना चाहिए।
आर्ट ऑफ लिविंग के अजय तिवारी ने कहा कि भारत युवाओं का देश है जिस पर हम सबको गर्व करना चाहिए लेकिन एक चिंता की बात है कि आज भारत ने नशे की आदत में पश्चिम को भी पछाड़ दिया है इसलिए आज नितांत आवश्यक है कि हम अपने युवाओं को अपने लोगों को नशे से बाहर निकाले।
महापौर श्रीमती मंजूषा भगत ने संस्था द्वारा लोगों को व्यसन से मुक्त करने के प्रयास की सराहना की और उपस्थित सभी युवाओं से नशे को कभी ना अपने का आवाह्न किया। इस अवसर पर समाजसेवी मंगल पांडे अनिल मिश्रा सहित विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी ममता बहन ने किया।