2023 में प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के आने के बाद से अबतक बिजली की दरों में 80 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि हो गई है। घाटे के नाम पर प्रदेश की भाजपा सरकार ने न केवल बिजली की कीमतों में वृद्धि की साथ ही कांग्रेस सरकार के समय नागरिकों के हितार्थ प्रारंभ की गई बिजली बिल हाफ योजना को भी समाप्त कर दिया। इसके परिणाम स्वरूप आज विद्युत उपभोक्ताओं के बिजली बिल लगभग दो गुने हो गए हैं। इसके विरोध में कांग्रेस पार्टी पूरे छत्तीसगढ़ में विद्युत कार्यालयों के घेराव कर बढ़ी हुई दरों को वापस लेने की मांग कर रही है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक ने कहा कि बिजली की दरों में की जा रही वृद्धि भाजपा सरकार की प्रायोजित लूट है। जब कोयला हमारा, जमीन हमारा, पानी हमारा तो हमपर बिजली दरों की महंगाई का बोझ क्यों। उन्होंने कहा कि 2023 तक कांग्रेस की सरकार में यही बिजली विभाग कम बिजली दरों और बिजली बिल हाफ योजना के बावजूद मुनाफे में था। लेकिन सरकार बदलते ही भाजपा के कुप्रबंधन की वजह से बिजली विभाग घाटे में चला गया और अब उस घाटे की भरपाई का बोझ प्रादेश की जनता पर डाल दिया गया है। भाजपा के कुप्रबंधन का बोझ छत्तीसगढ़ की जनता क्यों सहे। आज के इस घेराव कार्यक्रम में श्री जे पी श्रीवास्तव, श्री द्वितेन्द्र मिश्रा, श्री राकेश गुप्ता, हेमंत सिन्हा, विनय शर्मा ,मो इस्लाम, विनीत विशाल जायसवाल, इंद्रजीत सिंह धंजल, रामविनय सिंह, जगन्नाथ कुशवाहा, सीमा सोनी, लोकेश पासवान, आशीष जायसवाल, चंद्रप्रकाश सिंह, रजनीश सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
युवा कांग्रेस ने चलाया हस्ताक्षर अभियान
जिला कांग्रेस के प्रदर्शन के साथ ही युवा कांग्रेस ने आज बिजली बिलों में वृद्धि के विरोध में हस्ताक्षर अभियान भी चलाया। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान लोगों से संपर्क कर बिल वृद्धि वापस लेने के लिये उनके हस्ताक्षर भी लिए। युवा कांग्रेस के हिमांशु जायसवाल, सतीश बारी , विष्णु सिंहदेव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने इस अभियान को चलाया।