इस दौरान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि सही मायनों में वो एक साहसी प्रधानमंत्री थी। उन्होंने देश को परमाणु शक्ति सम्पन्न बनाकर और पाकिस्तान के दो टुकड़े करकर असली साहस का परिचय दिया था। उनमें हौसला था कि उन्होंने अमेरिका को लाल आंख दिखलाते हुए पाकिस्तान के दो फाड़ कर दिये। सिक्किम का देश मे विलीनीकरण किया। सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री जे पी श्रीवास्तव ने कहा कि स्व इंदिरा गांधी जितनी धर्मनिरपेक्ष थी उतने ही ज्यादा अडिगता से हिंदू धर्म के नियमों का पालन भी करती थी। 1977 तक प्रधानमंत्री रहते प्रधानमंत्री आवास में स्थित मंदिर में वो प्रतिदिन 108 फूलों से श्रृंगार किया करती थी। 1980 के लोकसभा चुनाव में विजय प्राप्त करने के बाद जब उन्होंने प्रधानमंत्री आवास में पुनः प्रवेश किया तब वहां स्थित उस मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन किया गया। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री श्री द्वितेंद्र मिश्रा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत सिन्हा, श्रीमती मधु दीक्षित,इरफान सिद्दकी, संजीव मंदिलवार और रजनीश सिंह ने भी इस दौरान सभा को संबोधित किया। कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष लोकेश कुमार ने सभा का संचालन किया। इस दौरान मो इस्लाम, मदन जायसवाल, अनूप मेहता, अशफाक अलि, जमील खान, नरेंद्र विश्वकर्मा, अमित तिवारी राजा, नितीश चौरसिया, रजनीश सिंह, सोहन जायसवाल, अमित सिन्हा, बिज्जू गुप्ता, हनुमान सिंह, ए पी सांडिल्य, लखन मरावी, अविनाश कुमार ,उत्तम राजवाड़े, प्रभात रंजन सिन्हा, परवेज आलम गांधी, विकास शर्मा, मो इमरान, सौरभ फिलिप, दिलीप धर, चंचला सांडिल्य, गीता रजक, मंजू सिंह, मिला तिर्की, अनुराधा सिंह, शालिनी अग्रवाल, संजर नवाज, अनिता रजक, अंकित जायसवाल, ऋषभ जायसवाल, वीरेन्द्र सिन्हा, केदार यादव।



