सूरजपुर, 04 अक्टूबर 2025। मां दुर्गा की विदाई का पर्व जहां पूरे देश में भक्ति और उत्साह का संदेश दे रहा है, वहीं छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में सोनवाही बांध पर यह खुशी खून-पसीने की होली में बदल गई। शुक्रवार रात करीब 10 बजे दुर्गा विसर्जन के दौरान पुरानी रंजिश ने आग का रूप ले लिया। देखते ही देखते दो गुटों के बीच तीखी तकरार हिंसक झड़प में बदल गई। लाठियां-डंडे चले, चीखें गूंजीं और अफरा-तफरी मच गई। एक युवक को प्राणघातक हमले में गंभीर चोटें आईं, जिसकी शिकायत लटोरी पुलिस चौकी में पेश किया है, मामले पर पुलिस जांच कर रही है।
*पुरानी दुश्मनी ने उगला जहर, विसर्जन की रात बनी काली रात*
सोनवाही बांध पर अम्बिकापुर शहर से सैकड़ों श्रद्धालु मां दुर्गा की प्रतिमा को नदी में विसर्जित करने के लिए जमा थे। भजन-कीर्तन, ढोल-नगाड़ों की थाप के बीच माहौल भक्तिमय था। लेकिन तभी पुरानी रंजिश का भूत जागा। शिकायतकर्ता उज्जवल विश्वास (उम्र करीब 28 वर्ष) ने बताया, ‘हम विसर्जन में शामिल थे कि अचानक दिलीप धर, राजेश धर और दीपेश धर के गुट ने हमें घेर लिया। पहले तो गाली-गलौज हुई, फिर लाठियों से प्राणघातक हमला। मुझे सिर और हाथों पर गंभीर चोटें आईं। वे जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे।’ उज्जवल ने शनिवार को लटोरी पुलिस चौकी पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। उनका इलाज चल रहा है, जहां डॉक्टरों ने हालत स्थिर बताई है।