अंबिकापुर/अंबिकापुर शहर में लगातार बढ़ रही चाकूबाजी की घटनाओं ने आम नागरिकों में भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। हाल ही में महामाया मंदिर परिसर में दो युवकों पर चाकू से वार व युवती की चाकू मारकर हत्या किए जाने की घटना अत्यंत निंदनीय, अमानवीय और भयावह है। यह घटना शहर की कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करती है।छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव परवेज आलम गांधी ने कहा कि जिस शहर को शांत और सुरक्षित माना जाता था, आज वहां अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे धार्मिक स्थल के पास भी रक्तपात करने से नहीं हिचक रहे। पुलिस और शासन की लापरवाही तथा अपराध नियंत्रण में नाकामी अब खुले तौर पर सामने आ रही है।उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग केवल कागजी कार्रवाई में व्यस्त है, जबकि अपराधी सड़कों पर बेखौफ घूम रहे हैं। इस तरह की घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था की विफलता दर्शाती हैं, बल्कि भाजपा शासन-प्रशासन की संवेदनहीनता को भी उजागर करती हैं।परवेज आलम गांधी ने मांग की है कि दोषियों की शीघ्र पहचान कर उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए तथा शहर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए। साथ ही, पुलिस गश्त, सीसीटीवी निगरानी और असामाजिक तत्वों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया जाए ताकि नागरिक भयमुक्त वातावरण में जीवन यापन कर सकें।उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शासन और पुलिस प्रशासन द्वारा तत्काल ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस पार्टी जन आंदोलन के माध्यम से जनता की आवाज को सड़कों पर लाएगी।