अम्बिकापुर/ सरगुजा राजपरिवार के वर्तमान मुखिया एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने पारिवारिक परम्पराओं का निर्वहन करते हुए मां महामाया मंदिर पहुंच मां की विशेष श्रृंगार, संधि पूजा की।
हम आपको बता दें कि अम्बिकापुर में स्थित मां महामाया मंदिर में विराजमान मां महामाया सरगुजा राजपरिवार की कुलदेवी हैं तथा प्रत्येक वर्ष शारदीय नवरात्रि के अवसर पर राजपरिवार द्वारा परम्पराओं का निर्वहन करते हुए संधि पूजा की जाती है। इस अवसर पर सरगुजा राजपरिवार द्वारा सर्वप्रथम मां महामाया इसके उपरांत मां समलाया और रघुनाथ पैलेस पहुंच कर फाटक पूजा, द्वार पूजा की जाती है जिसके बाद औपचारिक रूप से सरगुजा पैलेस के दशहरे की शुरूआत होती है। मां महामाया मंदिर में राजपुरोहित एवं बैगाओं के माध्यम से पूजा सम्पन्न हुई। जबकि पैलेस में फाटक व द्वार पूजा बैगाओं के द्वारा की जाती है। सबसे पहले बैगा पूजा उपरांत पैलेस में प्रवेश करते हैं इसके पश्चात उनकी अनुमति से राजपरिवार के मुखिया व अन्य सदस्य पैलेस में प्रवेश करते हैं। पैलेस में स्थित कचहरी में गद्दी पर सरगुजा राजपरिवार के मुखिया बैठते हैं और मौजुद लोगों से हालचाल लेते हैं इस दौरान कई लोग उनका दर्शन करते हैं। सरगुजा राजपरिवार के मुखिया एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने इस अवसर पर परिवार के परम्पराओं का निर्वहन करते हुए पूजा अर्चना की।
दशहरा के अवसर पर 2 अक्टूबर को दोपहर 12ः30 से 2ः00 बजे के मध्य शस्त्र पूजा, नगाड़ा पूजा सहित विभिन्न पूजा सम्पन्न होंगे और इसके पश्चात सरगुजा पैलेस को आमजनों के लिये खोला जायेगा। संधि पूजा अवसर पर राजपुरोहित द्विपेश पांडेय, बालकृष्ण पाठक, डॉ. एमपी अग्रवाल, शशीभाल सिंह, इन्द्रजीत सिंह धंजल, विनोद गुप्ता, आशीष वर्मा, अनिल सिंह, अमित सिंह, सतीश बारी, ऋषिकेश मिश्रा, सी. अनिल, नवीन अग्रवाल सहित काफी संख्या में सरगुजा राजपरिवार से जुड़े सदस्य एवं मंदिर के पुजारी व बैगागण उपस्थित थे।