सरगुजा संभाग में स्वास्थ्य व्यवस्था की है लचर कार्यप्रणाली:परवेज आलम गांधी
अंबिकापुर।सरगुजा संभाग के अस्पतालों में लगातार हो रही लापरवाही ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की हकीकत सबके सामने ला दी है। हाल ही में सूरजपुर जिला अस्पताल में गर्भवती महिला और उसके शिशु की मौत ने यह साफ कर दिया है कि प्रदेश के अस्पताल भगवान भरोसे चल रहे हैं।स्वास्थ्य मंत्री का दायित्व है कि वे प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दिलाएं, लेकिन मंत्री महोदय केवल मुख्य दर्शक बने हुए हैं। यह बेहद शर्मनाक है कि जब एक-एक कर मासूम और गर्भवती महिलाओं की जान जा रही है, तब भी स्वास्थ्य मंत्री कुर्सी बचाने और बयानबाजी करने तक ही सीमित हैं।अस्पतालों में दवाइयों और सुविधाओं का घोर अभाव है, डॉक्टरों और कर्मचारियों की लापरवाही चरम पर है, फिर भी स्वास्थ्य मंत्री मौन साधे बैठे हैं। यह मौन उनकी संवेदनहीनता और असफलता को दर्शाता है। जबकि सूरजपुर ज़िले से मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े भी है।
वो भी कार्यक्रमों तक सीमित है।
अल्पसंख्यक कांग्रेस मांग करती है कि सूरजपुर की घटना की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। यदि भाजपा सरकार और स्वास्थ्य मंत्री ने अब भी आंखें नहीं खोलीं तो अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेशव्यापी आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।