राजीव गांधी पीजी कॉलेज सरगुजा में छात्रों का उग्र प्रदर्शन, कॉलेज गेट पर जड़ा ताला, प्राचार्य डेढ़ घंटे तक महाविद्यालय के बाहर रहे।
अंबिकापुर, 16 जून 2025:
अंबिकापुर स्थित राजीव गांधी पीजी कॉलेज सरगुजा आज एक अभूतपूर्व छात्र आंदोलन का गवाह बना, जब महाविद्यालय में नए वाटर आरओ सिस्टम की स्थापना में हो रही अत्यधिक देरी के विरोध में छात्रों ने मुख्य गेट पर तालाबंदी कर दी। सुबह से ही कॉलेज परिसर में तनाव का माहौल था, जो दोपहर होते-होते उस समय चरम पर पहुंच गया जब छात्रों ने कॉलेज के प्रवेश द्वार पर ताला जड़ दिया।
लगभग एक महीना पहले, आजाद सेवा संघ और स्वयं कॉलेज के छात्रों द्वारा महाविद्यालय प्रबंधन को पेयजल की समस्या से अवगत कराते हुए नए वाटर आरओ स्थापित करने की मांग की गई थी। छात्रों को उम्मीद थी कि उनकी जायज़ मांग पर तत्काल ध्यान दिया जाएगा, लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। छात्रों का आरोप है कि प्रबंधन ने उनकी मांग को लगातार अनसुना किया, जिसके कारण उन्हें यह कड़ा कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा।
आज दोपहर, आजाद सेवा संघ के प्रदेश सचिव रचित मिश्रा की उपस्थिति में और छात्र मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रतीक गुप्ता के सशक्त नेतृत्व में, छात्रों का हुजूम महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर जमा हो गया। आक्रोशित छात्रों ने बिना किसी देरी के कॉलेज के गेट पर ताला लगा दिया। इस अप्रत्याशित कार्रवाई के चलते, जब प्राचार्य महाविद्यालय परिसर में प्रवेश करने के लिए पहुंचे, तो उन्हें करीब डेढ़ घंटे तक महाविद्यालय के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। प्राचार्य को मजबूरन गेट के बाहर ही इंतजार करना पड़ा, जो छात्र शक्ति के बढ़ते प्रभाव का एक स्पष्ट संकेत था।
संघ ने महाविद्यालय प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, प्रबंधन छात्रों को बार-बार झूठे आश्वासन देकर गुमराह कर रहा है और उनके साथ लगातार दुर्व्यवहार किया जा रहा है। छात्रों के धैर्य का बांध टूट चुका था। प्रदर्शन के दौरान, छात्रों ने "प्राचार्य इस्तीफा दो," "महाविद्यालय प्रबंधन होश में आओ," और "महाविद्यालय प्रबंधन मुर्दाबाद" जैसे गगनभेदी नारों के साथ लगातार प्रदर्शन किया। लगभग ढाई घंटे तक महाविद्यालय में तालाबंदी जारी रही, जिससे कॉलेज का कामकाज पूरी तरह ठप पड़ गया। इस दौरान छात्रों ने महाविद्यालय के गेट पर प्रतीकात्मक रूप से "श्रद्धांजलि" भी दी और "सत्य सत्य नाम" का जाप करते हुए पूरे महाविद्यालय की व्यवस्था को "बेकार" बताया, जो उनकी निराशा और व्यवस्था के प्रति उनके गहरे असंतोष को दर्शाता है।
छात्रों के उग्र और दृढ़ प्रदर्शन को देखते हुए, अंततः महाविद्यालय प्रबंधन को हरकत में आना पड़ा।
छात्रों के भविष्य और कॉलेज में सामान्य स्थिति बहाल करने के दबाव में, प्रबंधन ने तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रबंधन ने छात्रों को बताया कि उन्होंने तुरंत चार वाटर आरओ सिस्टम का ऑर्डर दे दिया है और आपूर्तिकर्ता द्वारा उन्हें कल दोपहर 2 बजे तक स्थापित करने का आश्वासन दिया गया है। प्रबंधन के इस लिखित आश्वासन के बाद ही छात्रों ने गेट खोला और महाविद्यालय में सामान्य कामकाज बहाल हो सका। यह प्रदर्शन छात्र एकता और उनकी मांगों को मनवाने की शक्ति का एक बड़ा उदाहरण बन कर उभरा है।
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