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छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव परवेज आलम गांधी ने कहा है कि अम्बिकापुर,तकिया क्षेत्र के चोरका कछार में आज अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अमानवीय है।


छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव परवेज आलम गांधी ने कहा है कि अम्बिकापुर,तकिया क्षेत्र के चोरका कछार में आज अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अमानवीय है। 

अंबिकापुर/ वर्षों पूर्व जो लोग यहां आकर वन भूमि पर बसे और घर मकान बनाकर जीवन यापन कर रहे हैं ऐसे लोगों को नोटिस जारी कर आनन-फ़ानन में हटाना बेहद असंवेदनशीलता है। अवैध कब्जा करना उचित नहीं किंतु जब वर्षों पूर्व यहां कब्जा हो रहा था, घर, मकान बन रहे थे तब जिम्मेदार अधिकारी कहां थे..? क्या इस मामले में दोषी सिर्फ कब्जा कर घर बनाने वाले हैं..? या फिर वे वन अधिकारी ,कर्मचारी भी हैं जो उस क्षेत्र के जिम्मेदार हैं।ऐसे लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती.? ठीक इसी तर्ज पर महामाया पहाड़ क्षेत्र में नगर निगम चुनाव से ठीक पहले कार्रवाई की गई थी, जहां से अतिक्रमण हटाया गया वहां कौन सी हरियाली प्रशासन ले आया। या वहां कौन सा उद्यान या शासकीय भवन का निर्माण हो गया..?मकान तोड़कर खंडहर बना दिया गया पूरे क्षेत्र को। ठीक इसी तर्ज पर चोरका कछार में कार्रवाई की गई है। यदि इस तरह की कार्रवाई हुई तो अंबिकापुर शहर का कोई क्षेत्र नहीं बच पाएगा। शहर का केदारपुर, नमनाकला, गोधनपुर, पूरा गांधीनगर क्षेत्र ही अवैध कब्जे पर बसा है। यदि इसकी जांच हो और कार्रवाई हो तो पूरा शहर ही उजड़ जाएगा किंतु शासन प्रशासन और भाजपा के नेता एक समुदाय को टारगेट कर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं।यह कैसा सुशासन है.? जहां जाति, धर्म देखकर कार्रवाई हो रही है। क्या कार्रवाई करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों को अंबिकापुर शहर के आसपास वन भूमि पर धड़ल्ले से चल रहे कब्जे की ओर ध्यान नहीं जाता.? उन्होंने कहा है कि बरसात सर पर है ।मानसून आने वाला है, ऐसे में लोगों का घर मकान तोड़कर बेघर कर दिया गया। छोटे-छोटे बच्चे ,परिवार की बड़ी हो चुकी है बच्चियां अब कैसे रात बिताएंगी। उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा, क्या शासन प्रशासन इतना असंवेदनशील हो चुका है कि किसी का घर मकान तोड़कर उसे सड़क पर रहने मजबूर कर सकता है। यह कैसी संवेदनशीलता है। कांग्रेस महासचिव परवेज आलम गांधी ने जिला प्रशासन से घर से बेघर हुए चोरका कछार के लोगों को उचित आश्रय देने की मांग की है। छोटे-छोटे बच्चे जो दो दिन बाद स्कूल खुलेगा वहां कैसे पहुंच पाएंगे ।उनकी किताब, कॉपियां, ड्रेस की व्यवस्था कैसे होगी। प्रशासन तत्काल इसकी व्यवस्था करें और बेघर हुए परिवारों के लिए आश्रय सुनिश्चित करें और भविष्य में ऐसी कार्रवाई करने से पहले विचार करें और समय दे।
परवेज़ आलम गांधी 
प्रदेश महासचिव 
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी,अल्पसंख्यक विभाग

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