देवी अहिल्याबाई का जीवन काल्पनिक गाथा नहीं, एक युगद्रष्टा प्रशासक की प्रेरक यात्रा है – नारायण चंदेल
राज्य युवा आयोग का महिला सशक्तिकरण संवाद सम्मेलन सम्पन्न, नारी शक्तियों को किया गया सम्मानित
अम्बिकापुर ।
पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जन्म जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के तत्वावधान में आज "महिला सशक्तिकरण संवाद सम्मेलन" कार्यक्रम माता राजमोहिनी देवी भवन, अंबिकापुर में पूर्व विधायक नारायण चंदेल के मुख्य आतिथ्य, अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल, सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो, महापौर श्रीमती मंजूषा भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती निरूपा सिंह, पूर्व हस्त शिल्प बोर्ड अध्यक्ष अनिल सिंह मेजर, नगर निगम सभापति हरमिंदर सिंह तथा जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवनारायण यादव के विशिष्ट आतिथ्य में एवं राज्य युवा आयोग अध्यक्ष विश्व विजय सिंह तोमर की अध्यक्षता में शानदार रूप से संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम गीत के साथ हुई। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मेहनत से अपना मुकाम हासिल करने वाली नारी शक्तियों का अतिथियों द्वारा सम्मान भी किया गया। जिसमें श्रीमती रश्मित कौर को शिक्षा, डॉ अपेक्षा सिंह को चिकित्सा, श्रीमती शिखा सिंह को समाज सेवा, प्रियंका भगत, अनुपा इक्का, अलका, इंदु, डोली, सेवी को उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम, खुशबू गुप्ता, एलिजिबा तिर्की को खेल, शशि सिन्हा को स्वच्छता, अलिसा शेख को साहित्य,खेल व संस्कृति, आकृति जायसवाल व खुशबू यादव को समाज सेवा, ऐश्वर्य, सिद्धि व आदि शक्ति को संस्कृति तथा डोली विश्वास को शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान व उपलब्धियां हासिल करने हेतु स्मृति चिन्ह, सम्मान पत्र तथा शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम मुख्य अतिथि वक्ता नारायण चंदेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देवी अहिल्या बाई का जीवन किसी काल्पनिक गाथा से कम नहीं। एक सामान्य बालिका से लेकर एक युगद्रष्टा प्रशासक तक की उनकी यात्रा, भारतीय नारी के अदम्य साहस, त्याग, और कर्तव्यपरायणता का जीवंत उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि रानी अहिल्या बाई का प्रशासनिक कौशल, विधवाओं के लिए किए गए सुधार, पर्यावरण संरक्षण की भावना और जनजातियों के हित में किए गए कार्य आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं। हमें उनके आदर्शों को आज के संदर्भ में लागू करने की आवश्यकता है, ताकि भारत को पुनः सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध राष्ट्र बनाया जा सके।
विधायक राजेश अग्रवाल ने अपने संबोधन में बताया कि देवी अहिल्या न्याय, सेवा और सुशासन की प्रतीक थीं।
उनका जीवन दिखाता है कि धर्म और जनकल्याण साथ चल सकते हैं।
हमें आज उनके सिद्धांतों को अपनाने की जरूरत है।
विधायक राम कुमार टोप्पो ने कहा कि देवी अहिल्या ने वंचितों और जनजातीय समाज को आत्मनिर्भर बनाया।
उनका समावेशी दृष्टिकोण आज भी हमें प्रेरित करता है – सबको साथ लेकर चलने की।
इस अवसर पर महापौर श्रीमती मंजूषा भगत ने कहा कि देवी अहिल्या सशक्त नारी नेतृत्व की मिसाल हैं।
उनका जीवन बताता है कि करुणा और संकल्प से समाज बदला जा सकता है।
प्रस्तावना उद्बोधन में विश्वविजय तोमर ने कहा कि हम आज देवी अहिल्या बाई होलकर को नमन करने एकत्र हुए हैं – जिनका जीवन नारी शक्ति, धर्म और सेवा का आदर्श है।
उनका जीवन हमें याद दिलाता है कि सच्चे मूल्यों की ओर लौटना ही समाज के उत्थान का मार्ग है। आइए, हम उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प लें।
कार्यक्रम का सफल संचालन समाज सेवी श्रीमती शिल्पा पांडे व भाजपा जिला संवाद प्रमुख संतोष दास सरल ने संयुक्त रूप से किया। आभार प्रदर्शन राज्य युवा आयोग के सहायक संचालक रामकुमार ने किया।
इस अवसर पर बीजेपी जिला महामंत्री अभिमन्यु गुप्ता, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती दिव्या सिंह सिसोदिया, एमआईसी सदस्य श्रीमती श्वेता गुप्ता, श्रीमती ममता तिवारी, श्रीमती प्रियंका गुप्ता, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती फूलेश्वरी सिंह, आलोक दुबे, विनोद हर्ष, मधु चौदह, छोटू पांडे, शशिकांत जायसवाल, अजय प्रताप सिंह, विकास पांडे, मनोज कंसारी, मधुसूदन शुक्ला, रजनीश पांडे, राजेन्द्र जायसवाल, दीपक तोमर, गोपाल जी, रश्मि जायसवाल, सोनू तिग्गा, नीलम राजवाड़े, प्रियंका चौबे, सीमा कश्यप, सरस्वती, इंदु गुप्ता, प्रिया सिंह, संजीव वर्मा, विकास शुक्ला, शालिनी सिंह, विकास शुक्ला, अमोघ कश्यप, शरद सिन्हा, निशांत सिंह, दीपक यादव, मनीष दुबे, मनीष सिंह, हर्ष जायसवाल, प्रिंस चौबे, छोटू गुप्ता, लाव दुबे, अनीश यादव, उत्कर्ष पाठक, विकास सिंह, देवेन्द्र सिन्हा तथा आर्यन गुप्ता सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित रहे।
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