युक्तियुक्तकरण पदों को खत्म करने की साजिश,बेरोजगारों से धोखा
छत्तीसगढ़ में युक्तियुक्तकरण के नाम पर सरकार द्वारा किए जा रहे बदलावों पर कांग्रेस के युवा नेता उस्मान बेग ने तीखा विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला शिक्षा की नींव को कमजोर करने और निजी स्कूल माफिया को फायदा पहुँचाने की साजिश है।
राज्य के हजारों प्राथमिक और मिडिल स्कूलों में जहाँ पहले 1 हेड मास्टर और 2 सहायक शिक्षक (प्राथमिक) तथा 1 हेड और 4 शिक्षक (मिडिल स्कूल) की स्वीकृति थी, अब उसे घटाकर क्रमशः 1 हेड व 1 शिक्षक और 1 हेड व 3 शिक्षक कर दिया गया है।
इस निर्णय के चलते सैकड़ों स्कूलों से एक-एक शिक्षक की कटौती हो जाएगी और ये पद स्थायी रूप से समाप्त कर दिए जाएंगे। न तो भविष्य में इन पदों पर कोई पदोन्नति होगी, न ही भर्ती। यह सरकारी शिक्षा व्यवस्था के लिए खतरे की घंटी है।
प्राइवेट स्कूलों को बढ़ावा देने की रणनीति
उस्मान बेग ने आरोप लगाया कि यह निर्णय निजी स्कूल माफिया के इशारे पर लिया गया है। सरकार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है और गरीब, मजदूर, किसान वर्ग के बच्चों को मिलने वाली नि:शुल्क और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को कमजोर कर रही है।
शासकीय स्कूलों के कमजोर होने का सीधा फायदा निजी स्कूलों को मिलेगा, जो पहले से ही भारी फीस वसूलते हैं। इससे शिक्षा आम आदमी की पहुंच से बाहर होती जा रही है।
इस प्रकार की नीतियाँ समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को दोहरी मार दे रही हैं – एक तरफ रोजगार के अवसर कम हो रहे हैं, दूसरी तरफ शिक्षा भी बिकाऊ हो गई है।
सरकार बन्द करे युक्तियुक्तकरण का ढोंग
उस्मान बेग ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस ढोंग नीति को तुरंत वापस नहीं लिया, तो आने वाले समय मे सड़कों पर उतरकर आंदोलन होगा । उन्होंने कहा कि यह मामला केवल शिक्षकों का नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य का है।
शिक्षा का यह ढाँचा यदि एक बार ढह गया, तो उसे दोबारा खड़ा करना मुश्किल होगा। सरकार को चाहिए कि वह इस निर्णय को वापस ले और सरकारी शिक्षा को मजबूत करने की दिशा में काम करे, न कि उसे निजी हाथों में सौंप दे।
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