सरगुजा पुलिस एवं सरगुजा जिले के स्वैच्छिक संगठनों के संयुक्त तत्वावधान् में संचालित नवा बिहान नशामुक्ति जागरूकता अभियान एवं परामर्श केंद्र सरगुजा एवं सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय सुभाषनगर अंबिकापुर के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के के संयुक्त तत्वावधान् में "विश्व तम्बाकू निषेध दिवस 2025 कार्यक्रम" का आयोजन सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय के सभा कक्ष में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजेश पाण्डेय संभागीय सेनानी ,विशिष्ट अतिथि शिव कुमार कठौतिया जिला सेनानी, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केन्द्र की मुख्य संचालिका बी के विद्या दीदी, नवा बिहान नशामुक्ति जागरूकता अभियान के संयोजक मंगल पाण्डेय निदेशक चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी ,नवा बिहान समन्वयक अनिल कुमार मिश्रा मुख्य कार्यकारी छत्तीसगढ़ प्रचार एवं विकास संस्थान, नवा बिहान काउन्सलर हिना खान अध्यक्ष उमंग महिला एवं बाल उत्थान सोसायटी, बी. के दुर्गा दीदी एवं बी.के भ्राता खिलानन्द उपस्थित रहे।कार्यक्रम का शुभारंभ सर्व प्रथम मां सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया ।तत्पश्चात उपस्थित सभी अतिथियों का सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय के प्रतिनिधियों के द्वारा तिलक लगाकर एवं श्रीफल भेंट कर स्वागत किया गया।
तत्पश्चात् महाविद्यालय की विभागाध्यक्ष श्रीमती रानी रजक के द्वारा कार्यक्रम का परिचय दिया गया कि 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) मनाया जाता है,यह दिवस हर साल 31 मई को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करना और तंबाकू छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करना है। साथ ही उन्होंने बताया कि नशामुक्ति जागरूकता हेतु हमारे महाविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम कराया जाता है।इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में जानकारी देना है। तथा नशा न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को हानि पहुँचाता है, बल्कि उसके परिवार, समाज और देश की उन्नति में भी बाधा उत्पन्न करता है। नशामुक्ति कार्यक्रम लोगों को यह समझाने का प्रयास करता है कि नशा केवल एक बुरी आदत नहीं, बल्कि एक विनाशकारी बीमारी है।
इसके अतिरिक्त, यह कार्यक्रम नशे से ग्रस्त व्यक्तियों को सहायता उपलब्ध कराने, इलाज के साधनों से अवगत कराने तथा पुनर्वास की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करने का कार्य करता है। इसका उद्देश्य समाज में एक सकारात्मक माहौल तैयार करना है जहां नशा नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा और सदाचार को प्राथमिकता दी जाए।
अतः हम सभी का कर्तव्य है कि हम इस जागरूकता को फैलाएं और एक नशामुक्त, स्वस्थ एवं समृद्ध समाज के निर्माण में योगदान दें।
तत्पश्चात विशिष्ट अतिथि ब्रम्हकुमारी विद्या दीदी के द्वारा अपने उद्बोधन मे बताया गया कि हमारे विकास में सबसे ज्यादा रुकावट है नशा, नशे से हम धीरे धीरे अपने मन, आत्मा, शरीर से दूर होते जा रहे हैं। हमें हर प्रकार के नशे से दूर रहना है, अपने आसपास के लोगों को नशे से दूर रखना है ।और अपने आप को स्वस्थ रखना है। विशिष्ट अतिथि मंगल पाण्डेय संयोजक नवा बिहान नशामुक्ति जागरूकता अभियान ने अपने उद्बोधन में बताया कि नशा सभी पीढ़ी के लोग कर रहे हैं, बच्चे एवं युवा पीढ़ी के लोग अधिक कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अधिकतर युवा फैशन, तनाव असफलता, स्टैट्स , पीयर प्रेशर के कारण नशा कर रहे हैं। सरगुजा जिले के स्वैच्छिक संगठन एवं सरगुजा पुलिस नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने हेतु निरंतर प्रयासरत है। नवा बिहान समन्वयक अनिल कुमार मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज लोग तम्बाकू , बीड़ी सिगरेट, शराब, मेडिसीन,चरस, हिरोइन तथा इंजेक्शन के द्वारा नशा करते हैं। जिससे शारीरिक, मासिक ,आर्थिक क्षति होती है। नशा शुरुआत करना आसान है किन्तु नशे का आदी होने के बाद नशा छोड़ना मुश्किल है। किन्तु दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो नशे की लत छोड़ी जा सकती है । नवा बिहान की काउन्सलर हिना खान ने अपने उद्बोधन में कहा कि पुरुषों के साथ -साथ महिलायें भी नशा करती हैं। नशे से हमारा शरीर पूरी तरह बर्बाद हो जाता है। जिससे विभिन्न बिमारियों से नशा करने वाले ग्रसित हो जाते हैं। अतः इस सामाजिक बुराई को खत्म करने में महिलाओं की सक्रिय सहभागिता आवश्यक है।
मुख्य अतिथि राजेश कुमार पाण्डेय सम्भागीय सेनानी ने अपने उद्बोधन में बताया कि तम्बाकू से हमारे शरीर मे बहुत सारे हार्मोनल परिवर्तन होते है, नशे से हमारा जीवन प्रभावित होता है, हमारी दैनिक दिनचर्या में परेशानी होने लगती है। साथ ही उन्होंने बताया कि तम्बाकू से हमारे शरीर के हर अंग को प्रभावित करता है, श्वसन तंत्र को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। तथा उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हमें नशा नहीं करना चाहिए, खुद को, परिवार को और समाज को नशे से दूर रखना है। विशिष्ट अतिथि शिव कुमार कठौतिया जिला सेनानी
ने अपने उद्बोधन में कहा कि तम्बाकू में निकोटीन पाया जाता है जो हमारे शरीर के अंदर जाता है तो वह धीरे धीरे हमारे कोशिका को खत्म कर देता है, साथ ही उन्होंने बताया कि जो नशा कर रहा है वह खुद को तो खत्म कर ही रहा है ।साथ ही सिगरेट के धुंए से अपने आसपास के लोगो एवं वातावरण को दूषित कर कर रहा है ।सभी का जिंदगी बर्बाद कर रहा है। साथ ही उन्होंने बताया की हमें अपने मन और व्यवहार को सकारात्मक रखना है। साथ ही उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हमें नशे की लत नहीं लगाना है। नशामुक्ति जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य समाज को नशे की बुरी आदतों से मुक्त करना है। आज के समय में नशा एक गंभीर सामाजिक समस्या बन चुका है।जो खासकर युवाओं को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। इस समस्या से निपटने के लिए जन-जागरूकता सबसे प्रभावी उपाय है।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. श्रद्धा मिश्रा न के द्वारा बताया गया कि नशीले पदार्थ एवं तंबाकू एक ऐसी जहर है जो धीरे-धीरे हमारे शरीर को अंदर से खोखला बना रहा है।।हमारे परिवार को भी बर्बाद कर रहा है ।तथा हमारे समाज को भी धीरे-धीरे दीमक की तरह खत्म करते जा रहा हैं, हमें जरूरत है कि हम पहले खुद को जागरूक करें कि हम नशा नहीं करेंगे। साथ ही बताया गया कि विश्व तम्बाकू निषेध दिवस प्रत्येक वर्ष 31 मई को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को तम्बाकू के सेवन से होने वाले विभिन्न दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करना तथा उन्हें इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करना है। बी. एड. प्रशिक्षणार्थियों के रूप में हमारा यह दायित्व बनता है कि हम समाज को शिक्षित करें । तथा स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाएं। तत्पश्चात कार्यक्रम मे उपस्थित सभी अतिथियों का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त कर कार्यक्रम का समापन किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी (रा. से. यो.)श्रीमती रानी रजक ,सहायक प्राध्यापक श्रीमती प्रियलता जायसवाल, सुश्री सविता यादव, सुश्री सीमा बंजारे, सुश्री पूजा रानी,सुश्री ज्योत्सना राजभर ,श्रीमती गोल्डन सिंह एवं बी. एड प्रशिक्षणार्थियों का सराहनीय योगदान रहा।
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